तान्या गोयल गुप्ता (तनु): २९.०४.१९७२—२८.०५.२०२१
तनु केवल एक साल पहले: ठाकुरजी का अभिषेक उत्सव, २०२० |
आँखों में आँसू आते हैं पर बहते नहीं, क्यूंकि मन और बुद्धि इस सत्य को स्वीकार नहीं करना चाहते। यह समय ऐसा विषम है कि लगता है कि काल मुंह खोले खड़ा है और जाने कब, कौन उसका परोसा बन जाए।
गुरुमाँ को हमेशा से ही परिकर की बेटियाँ बहुत भाती थीं। तनु गुरुमाँ की और ठाकुरजी की छाया में पली-बढ़ी ऐसी ही बेटी थी। सदा हँसती, मृदुभाषी और अपने कार्य में निपुण। रसोई में सुघड़ता से कार्य करती, ठाकुरजी की पोशाकों में, गुरुमाँ की साड़ियों और ओढ़नियों में सुंदर रंग भरती, सजावट सूझ-बूझ से करती और ठाकुरजी का फूल बंगला बहुत अद्भुत बनाती। नृत्य में भावों को लेकर उसका अन्तर्मन नाच उठता। कभी मोर बनकर, कभी कन्हैया बनकर और कभी सखी बनकर नाचती।
अब उसके रंग भरे हुए अमिट हो गए हैं, और नृत्य की लय अमंद हो गयी है। वह गुरुमाँ, बड़े बहनजी और आंटीजी के साथ ठाकुरजी की नित्य लीला में प्रवेश कर गयी है। जा मेरी बहना, तुझे सबका संग और आशीर्वाद मिले।
एक माँ और एक बहन, दोनों ठाकुरजी की सेवा में चले गए |
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